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क्या आप जानते हैं Azan Ke Baad Ki Dua कौन सी है, और इस्लाम में मुसलमान अज़ान को इतना महत्व क्यों देते हैं?
अगर नहीं, तो इस पोस्ट को ध्यान से पूरा पढ़े। इस पोस्ट में हम आपको Azan के बारे में बताएँगे।
और साथ ही साथ Azan Ke Baad Ki Dua In Hindi के बारे में बताएँगे।
इसे हमनें अज़ान की दुआ इन हिंदी, इंग्लिश और अरबी में भी लिखा है।

अज़ान का इस्लाम में बहुत बड़ा मकाम है ये वो चंद अलफ़ाज़ हैं जिन्हें हम पुरे दिन के बीच में पांच बार सुनते हैं।
पूरी दुनिया मे सबसे ज्यादा गूंजने वाली आवाज अगर कोई है तो वो सिर्फ अज़ान Azan की आवाज है।
चाहे जंगल हो या आबादी, शहर हो या गांव , दुनिया के किसी भी कोने में कहीं भी नमाज़ कायम होती है तो सबसे पहले अज़ान दी जाती है।
अज़ान के बाद की दुआ | Azan ke baad ki dua
दोस्तों, नीचे हमने अज़ान के बाद की दुआ हिंदी, इंग्लिश और अरबी में तर्जुमा के साथ मौजूद करायी है।
उम्मीद है आपको समझ आएगी।
अगर अलफ़ाज़ को लिखने में हमसे कोई गलती हुई हो, तो बराह मेहरबानी आप हमें कमेंट के जरिये जरूर इत्तला करें,
ताकि हम उस गलती को सुधार सकें।
अज़ान के बाद की दुआ हिंदी में | Azan Ke baad ki dua in hindi
“अल्लाहुम्मा रब्बा हाज़ीहिल दावती-त-ताम्मति वस्सलातिल कायिमति आती सैय्यिदिना मुहम्म-द-निल वसीलता वल फ़ज़ीलता वद्दरजतल रफ़ीअता वब’असहू मक़ामम महमूदा निल्ल्जी व्’अत्तहू वर ज़ुक्ना शफ़ाअतहु यौमल क़ियामती इन्नका ला तुखलिफुल मीआद ”
अज़ान के बाद की दुआ हिंदी में इमेज

Azan ke Baad ki Dua Hindi Me Tarjuma
तर्जुमा: – ए अल्लाह! ए परवरदिगार इस पूरी पुकार और कायम होने वाली नमाज़ के रब हज़रत मुहम्मद स.अ. को वसीला और फ़ज़ीलत और बुलंद दर्ज़ा अता फरमा, और उनको मक़ामे महमूद में खड़ा कर जिसका तूने उनसे वादा किया और हमें कयामत के दिन उनकी शफाअत से बहरामंद कर।
बेशक तू वादा खिलाफी नहीं करता।
क्या आप सफ़र की दुआ हिंदी में जानते हैं अगर नहीं तो पढ़ें : – Safar ki Dua in Hindi
अज़ान के बाद की दुआ अरबी | Azan ke Baad ki Dua arabic
بِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ
اَللّٰہُمَّ رَبَّ ھٰذِہِ الدَّعْوَةِ التَّآمَّةِ وَالصَّلٰوةِ الْقَآئِمَةِ اٰتِ مُحَمَّدَنِ الْوَسِیْلَةَ وَالْفَضِیْلَةَوَالدَّرَجَتَہ الرَّفِیٌعَتَہ وَابْعَثْہُ مَقَامًا مَّحْمُوْدَنِ الَّذِیْ وَعَدْتَّہ وَر زُکنا شَفاعَتَھُ یَوٌمَ الٌقِیٰمَتہِ اِنَّکَ لَا تُخٌلِفُ الٌمِیٌعَاد
اے اللہ! اے قادر مطلق ، اس پوری پکار کا رب اور قاعم ہونے والی نماز کے رب ، حضرت محمد کو قیامت کے دن وسیلا عتا فرما ۔ اور ان کو اس مقام محمود میں بلند فرما جس کا تو نے ان سے وعدہ کیا تھا اور قیامت کے دن ہمیں ان کی قربانی سے نکال دے۔ یقینا آپ نافرمانی نہیں کرتے۔
अज़ान के बाद की दुआ अरबी में इमेज

अज़ान के बाद कि दुआ इंग्लिश में | Azan ke Baad ki Dua English
Allahumma rabba hazi-hid da’watit tammah wassalatil qaaimah aati Muhammadanil wasilata wal fazilata wab-as-hu maqamam mahmoodan allazee wa-attah.
O Allah, Lord of this perfect call and established prayer.
Grant Muhammad the intercession and favor, and raise him to the honored station You have promised him,
[verily You do not neglect promises].
अज़ान के बाद कि दुआ इंग्लिश में इमेज

Azan Ke Baad Ki Dua hindi me Tarjuma के साथ समझ कर पढ़े और अमल करे।
अज़ान के बाद की दुआ पीडीऍफ़ डाउनलोड
दोस्तों, यहाँ नीचे हमने अज़ान के बाद की दुआ की पीडीऍफ़ सभी भाषाओँ में मौजूद करायी है।
आप आसानी के साथ इस Azan Ke Baad Ki Dua Pdf को नीचे डाउनलोड बटन से अपनी डिवाइस में सेव कर सकते हैं।
अज़ान का मतलब क्या होता है?
अज़ान का मतलब ऐलान होता है यानी की अल्लाह की इबादत [नमाज] के लिए लोगो को मस्जिद में बुलाने की दावत दी जाती है और लोग मस्जिद में पहुँचते हैं अज़ान की आवाज सुन कर इसे अजान कहा जाता है।
दूसरे शब्दों में हम यह भी कह सकते है कि अल्लाह के घर में यानी मस्जिद में नमाज की दावत के लिए पुकारना ही अज़ान है।
आज हम अज़ान के बाद पढ़ी जाने वाली दुआ बयान करेंगे जिसकी हदीस में बड़ी फ़ज़ीलत आई है।
इसलिए जब भी कानो में अजान सुनाई दे, आप सभी Azan Ke Baad Ki Dua जरूर पढ़े ।
अजान के वक्त क्या पढ़ना चाहिए?
हम पूरे दिन में पांच मर्तबा हर रोज अज़ान सुनते हैं, और हमें यह मालूम होना चाहिए कि अज़ान सुनते वक़्त बाते नहीं करना चाहिए और सारे दुनियावी काम छोड़ देना चाहिए।
यहाँ तक की अगर हम क़ुरान पाक की तिलावत भी कर रहे हो तो भी क़ुरान शरीफ बंद करके हमें अज़ान सुनने का हुक्म है,
और Azan का जबाब देने के बाद Azan Ke Baad Ki Dua पढ़े।
मगर आज ये आलम है की अज़ान के वक़्त टीवी ,मोबाइल, बाते, हंसी मजाक कुछ भी बंद नहीं करते।
दोस्तों इस्लाम में अज़ान का बहुत बड़ा मर्तबा है हम सबको अज़ान का एहतराम करना चाहिए ।
और जब भी हम अज़ान सुने तो सब से पहले तो मुअज़्ज़िन की अज़ान का जवाब दे।
और अज़ान का जवाब वैसे ही देना है जैसे मुअज़्ज़िन कहता है और इसके साथ ही azan ke baad ki dua भी पढ़ना चाहिए।
- अजान सुनने वाला शख्स मुअज्जिन के साथ उन ही कलिमो को कहता जाए जो मुआज्जिन कहता है।
- इस तरह से अजान सुनने वाला इंशाअल्लाह बहिश्त में दाखिल होगा।
- मगर “हय य अलस्सला” व “हय य अलल फलाह” की जगह सुनने वाला “ला हौ ल व ला कुवत इल्ला बिल्लाह” कहे।
- इस तरह अजान का जवाब देने वाला भी अजान देने वाले के बराबर सवाब पायेगा।
- “अस्सलातु खैरुम मिनन्नोम” के जवाब में “अस्सलातु खैरुम मिनन्नोम” कहे।
- इस दुआ का अजान के बाद कहना अफजल है या मुअज्जिन आवाज कहते ही कह दे।
अज़ान से जुड़ी कुछ हदीस
जाबिर बिन अब्दुल्लाह (र.अ.) से रिवायत है कि रसूल’अल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि बसल्लम) ने फ़रमाया कि,
जो शख्स अज़ान सुनकर ये कहे (अल्लाहुम्मा रब्बा हदिही-द-दावतित तम्मा वस सलातिल काइमह, आति मुहम्मदन अल-वसिलता वल-फज़िलह, वबातुहु मुकामम मह्मूदनिल-लज़ी वाद्तः)
उसे क़यामत के दिन मेरी सफा’अत मिलेगी।
तर्जुमा: ए मेरे अल्लाह जो इस सारी पुकार का रब है और कायम रहने वाली नमाज़ का भी रब है,
नबी-ए-करीम मुहम्मद (ﷺ) को क़यामत के दिन वसीला अता फरमा, और मक़ाम-ए-महमूद पर उनका कयाम फरमा,
जिसका तूने उनसे वादा किया है।📕 Sahih Bukhari, Vol 1, 614
दोस्तों हमने किसी भी गलती से बचने के लिए अपनी पूरी कोशिश की है।
लेकिन किसी दुआ में या तर्जुमे में कोई गलती पाएं तो बराह-महेरबानी हमें कमेंट करके बतायें, ताके हम उस के मुताबिक़ तब्दीली कर सकें।
ये भी जानें : – 1. सोने से की दुआ | 2. सोकर उठने की दुआ