Juma ki Namaz ki Rakat kitni Hain? | जुमा की नमाज की रकात

Last updated on फ़रवरी 27th, 2024 at 07:22 अपराह्न


Juma Ki Namaz Ki Rakat: – दोस्तों, क्या आप Juma ki Namaz ka Tarika सही-सही जानते हैं?

साथ ही साथ क्या आप जानते हैं कि जुमा की 🧎🏾‍♂️ नमाज़ की कितनी रकात होती हैं, जुमा की नमाज़ की नियत क्या है, और जुमा की नमाज़ पढ़ने की कितनी फज़ीलत है?

jumma ki namaz ki rakat red, green and blue text written with boy logo

अगर आपका जवाब नहीं में है तो कोई बात नहीं। आप हमारी जुमा की नमाज़ की पोस्ट को पूरा पढ़ें।

इंशाअल्लाह आपको जुमा की नमाज़ से जुड़ी पूरी जानकारी हो जाएगी।

इस पोस्ट में हमने केवल Juma Ki Namaz Ki Rakat के बारे में डिटेल में बताया है।

आप जुमा की नमाज़ से जुड़ी हमारी पूरी 📋 लिस्ट पढ़ सकते हैं, जिसमें हमने जुमा से जुड़ी हर एक जानकारी मौजूद करायी है।

आईये जानते हैं जुमा की नमाज़ की कितनी रकात हैं और वो कौन-कौन सी होती हैं।

यह भी पढ़ें: – फजर की नमाज़ का तरीका


जुमा की नमाज़ की रकात | Juma Ki Namaz Ki Rakat

दोस्तों, जैसा की हमें मालूम ही है कि जुमा का दिन सप्ताह के सभी दिनों में सबसे अफज़ल दिन है।

जुमे की नमाज़ और नमाज़ों से इसलिए अलग है क्यूंकि इस नमाज़ को सिर्फ 🕌 मस्जिद में जाकर ही अदा किया जा सकता है।

आप घर पर जुमा की नमाज़ को नहीं पढ़ सकते।

jumma ki namaz ki rakat red, green and black text

जुमा की नमाज़ में कुल 14 रकआत हैं, जिसमें सबसे पहले 4 रकात सुन्नत, 2 रकात फ़र्ज़, 4 रकात सुन्नत, 2 रकात सुन्नत, 2 रकात नफिल होती हैं।

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जुमा की नमाज़ की रकात पढ़ने का तरीका

जुमा की नमाज़ की रकत पढ़ने का तरीका, हमने नीचे तरीके के साथ बताया है।

उम्मीद करते हैं कि यह आपको अच्छे से समझ आ जायेगा।

जुमा के दिन, जुमा की नमाज़ के लिए अज़ान लगभग नमाज़ से आधा घंटा पहले पढ़ दी जाती है, ताकि आपको जुमा के दिन के अरकान को पूरा करने का वक़्त मिल सके।

अगर आप यह नहीं जानते कि जुमा के दिन क्या-क्या अरकान करना जरुरी है, तो आप हमारी नीचे दी गयी पोस्ट को जरूर पढ़ें।


जुमा के दिन की जरूरी अरकान

  • सबसे पहले जब आप जुमा की नमाज़ पढ़ने मस्जिद को जाते हैं तो आपको सबसे पहले “4 रकात सुन्नत नमाज़” अदा करनी होती है।
  • अगर आप मस्जिद पहुंचे और आपने देखा कि इमाम साहब बयान कर रहे हों, तो आपको ख़ामोशी के साथ बैठ जाना है।
  • जब तक इमाम साहब बयान पूरा न कर दें, आपको 4 सुन्नत नमाज़ नहीं पढ़नी हैं। ध्यान रहे, बयान पूरा होने के बाद 4 सुन्नत नमाज़ पढ़ने का वक़्त दिया जाता है।
  • सुन्नत नमाज़ पढ़ने के बाद इमाम साहब “2 रकत फ़र्ज नमाज़” पढ़ाएंगे।
  • जब 2 फ़र्ज रकात नमाज़ हो जाएगी, तो उसके बाद अब आपको “4 रकात सुन्नत नमाज़” पढ़नी होती है।
  • फिर आपको 2 रकात सुन्नत नमाज़ पढनी होगी।
  • आखिर में आपको 2 रकत नफिल नमाज़ पढ़ना है और अल्लाह से दुआ करेंगे।
  • इस तरह जुमा की नमाज़ की जुमा की 14 रकत नमाज़ पूरी हो जाएगी।

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आखिरी शब्द

तो दोस्तों जैसा कि हर नमाज़ के लिए कुछ रकात होती हैं। ठीक बैसे ही जुमा की नमाज़ की भी 14 रकात (Juma ki Namaz ki Rakat) होती हैं।

अगर आपको हमसे कुछ पूछना है या हमसे लिखने में कोई गलती हुई हो तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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