दोस्तों, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि रमजान के महीने में हम रोज़ा रखते हैं, और पूरे दिन भूखे-प्यासे रहकर अल्लाह की इबादत करते हैं।
जब शाम का वक़्त होता है तो हम सभी रोज़ा इफ्तार के लिए इकठ्ठा होते हैं और रोज़ा खोलने से पहले, रोज़ा खोलने की दुआ (Roza Kholne Ki Dua in Hindi) पढ़ी जाती है।
लेकिन हमें यह नहीं मालूम कि रोज़ा खोलने की दुआ हिंदी में आखिर है कौन सी?
तो इस पोस्ट में हमने रोज़ा खोलने की दुआ को हिंदी में बताई है। आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
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रोज़ा खोलने की दुआ | Roza kholne Ki Dua in Hindi
तो दोस्तों, आईये जान लेते हैं कि रोज़ा खोलने के लिए कौन सी दुआ पढ़ी जाती है।
“अल्लाहुम्मा इन्नी लका सुमतु, व-बिका आमन्तु, व-अलयका तवक्कलतू, व- अला रिज़क़िका अफतरतू”
हिंदी तर्जुमा
तर्जुमा: – ऐ अल्लाह, मैंने तेरी खातिर रोज़ा रखा और तेरे ऊपर ईमान लाया और तुझ पर भरोसा किया और तेरे रिज़्क से इसे खोल रहा हूँ।
Dua in Arabic
اَللّٰهُمَّ اِنَّی لَکَ صُمْتُ وَبِکَ اٰمَنْتُ وَعَلَيْکَ تَوَکَّلْتُ وَعَلٰی رِزْقِکَ اَفْطَرْتُ
Urdu Tarjuma
اے اللہ!میں نے تیری خاطر روزہ رکھا اور تیرے اوپر ایمان لایا اور تجھ پر بھروسہ کیا اورتیرے رزق سے اسے کھول رہا ہوں۔
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Iftar या Roza Kholne Ki Dua की फ़ज़ीलत
यहाँ हमने रोज़ा खोलने की दुआ या इफ्तार की फ़ज़ीलत को हदीस के हबाले से बताने की पूरी कोशिश की है।
आप इसे जरूर पढ़ें और रोज़ा या इफ्तार की फ़ज़ीलत को समझें।
❤» हदीसे पाक का मफहूम है कि हज़रत सय्यैदना सहल बिन सा’अद رضي الله تعالٰی عنه से रिवायत है कि
सरकार-ए-मदीना صلی اللہ تعالٰی علیہ والہ وسلم ने फ़रमाया :-
🌹”मेरी उम्मत के लोगों में उस वक़्त तक खैर बाकी रहेगी जब तक वोह इफ्तार करने में जल्दी करते रहेंगे।” 👉सहीह बुखारी : हदीस 1957
❤» रसूल’अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम फरमाते हैं कि,
🌹”जो रोजदार को (इफ्तारी में) पानी पिलाएगा, अल्लाह उसे मेरे हौज़ से पानी पिलाएगा और वो जन्नत में दाखिल होने तक प्यासा ना होगा।” 📚 – (सही इब्ने खुज़िमा, जिल्द: 3, पेज: 192, हदीस-1887)
❤» हज़रत सय्यैदना अबू हुरैरा रज़िअल्लहु अन्हु से रिवायत है कि नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम फरमाते हैं कि
अल्लाह रब्बुल आलमीन ने इरशाद फ़रमाया कि
🌹”मेरे बन्दों में मुझे ज्यादा प्यारा वो है जो इफ्तार में जल्दी करता है।” (तिर्मिज़ी शरीफ)
❤» जब रमज़ान का महीना आता है तो रहमत के दरवाज़े खोल दिए जाते हैं, और जहन्नम के दरवाज़े बंद कर दिए जाते हैं और शयातीन जंजीरों में जकड़ दिए जाते हैं।
(सहीह मुस्लिम , किताबुल सयाम, बाब रमज़ान के फज़ाइल, हदीस: 1079)
Roza Kholne ki Dua से जुड़े सवाल-जवाब
रोज़ा खोलने से पहले रोज़ा खोलने की दुआ को पढ़ते हैं, जो इस तरह है – जिसका मतलब होता है कि ऐ अल्लाह। मैंने तेरी रजा के लिए रोज़ा रखा है और तेरे ही कहने पर रोज़ा खोल रहा/ रही हूं।
पूरे दिन बिना कुछ खाए पिए जब सूर्यास्त का समय होता है तो इ’फ्तारी खाकर रोजा खोला जाता है। लोग अपनी पसंद के पकवान खाकर रोज़ा खोलते हैं। लेकिन हमें चाहिए कि खजूर खाकर रोज़ा खोला करें और रोज़ा खोलने से पहले रोज़ा खोलने की दुआ को जरूर पढ़ें।
थूक निगलने से रोजा नहीं टूटता है। रोज़ा टूटने की शर्त है की कोई बाहर की चीज़ पेट में ना जाये।
आखिरी शब्द
दोस्तों, जैसा कि इस पोस्ट में हमने रोज़ा खोलने की दुआ को हिंदी में बताया है। आगे भी हम रमजान से जुड़ी जानकारी इस वेबसाइट पर मौजूद कराते रहेंगे।
तो आप हमारे साथ बनें रहे। अगर हमसे लिखने में कोई गलती हुई हो तो आप हमें कमेंट में जरूर बताएं।
आपसे गुज़ारिश है कि इस पोस्ट को रमजान के महीने से पहले अपने साथियों तक जरूर पहुंचाएं।