Surah Falaq in Hindi Pdf And Fazilat | सूरह फलक हिंदी में तर्जुमा के साथ

इस पोस्ट में हम सूरह फलक़ हिंदी में (Surah Falaq In Hindi) और सूरह फलक़ का तर्जुमा और तफ़्सीर पढेंगे। आपको बताते चलें कि कुरान शरीफ की किसी भी सूरह को हमेशा अरबी भाषा में ही पढ़ना चाहिए।

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सूरह फ़लक़ मक्की सूरह है। यह सूरह फलक कुरान मजीद के 30वें पारा में मौजूद 113 वी सूरह है। सूरह फलक चारो मशहूर कुल में से एक है इसके बारे में और सही से जानने के लिए हम आपको इस पोस्ट में Surah falaq in hindi में बता रहे है।

आपको बताते चलें की सूरह फलक का हिंदी मतलब (Surah Falaq Meaning in Hindi) होता है: – भोर और सूरह अल फलक का इंग्लिश मतलब (Surah Al-Falak Meaning in English) होता है: – Daybreak.

इस सूरह के जरिये अल्लाह तआला ने अपने बन्दों को हर तरह के वसवसों से पनाह मांगने का रास्ता बताया है।

सूरह का नामसूरह फलक
सूरह नंबर113 वीं
पारा नंबर30
कुल आयतें5
कुल रुकू1
कुल कलिमे (शब्द)23
कुल हरफ (अक्षर)74

सूरह फलक हिंदी में (Surah Falaq in Hindi)

कुछ लोगो को अरबी पढ़ने और समझने में दिक्कत होती है जिसके लिए हमने उनकी दिक्कत को दूर करने के लिए surah falaq hindi mein बताई है लेकिन जहाँ तक हो सके दुआओ को अरबी में ही पढ़ना चाहिए।

बिस्मिल्लाहिर्रहूमानिरहीम

1. कुल अऊजु बिरब्बिल फलक

2. मिन शररि मा ख़लक़

3. वमिन शररि ग़ासिकिन इज़ा वकब

4. वमिन शररिन नफ़ फ़ासाति फ़िल उक़द

5. वमिन शररि हासिदिन इज़ा हसद

ये भी जरुर पढ़ें: – सूरह नास हिंदी में तर्जुमा के साथ और सूरह इखलास हिंदी तर्जुमा के साथ

सूरह फलक का तर्जुमा (Surah Falaq Tarjuma in Hindi)

यहाँ पर हमने Surah Falaq का हिंदी तर्जुमा मौजूद कराया है जिसे आप आसानी से समझ सकते है और जान सकते हैं की अल्लाह तआला ने इस सूरह में क्या इरशाद फ़रमाया है।

अल्लाह के नाम से शुरू जो निहायत मेहरबान व रहम वाला।

1. कह दीजिये की मैं सुबह के रब की पनाह चाहता हूँ।

2. तमाम मख़लूक़ात के शर से।

3. और अँधेरी रातो के शर से जब कि उस की तारीकी फ़ैल जाये।

4. और उन सभी औरतों के शर से जो लोग गिरहों में फूंक मारती है।

5. और हसद करने वाले के शर से जब वो हसद करने लगे।

सूरह फलक इमेज हिंदी और अरबी में तर्जुमा के साथ

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Surah Qul Auzu Bi Rabbil Falak in Hindi Pdf Download

मेरे प्यारे दीनी भाइयों और बहनों जैसा की आपने ऊपर सूरह फलक को हिंदी में तर्जुमा के साथ पढ़ा है। साथ ही साथ आपने Qul Auzu Bi Rabbin Falak की Hindi Image भी देखी होंगी।

यहाँ हमने Qul Auzu Bi Rabbin Falak Hindi Pdf उपलब्ध करायी है आप आसानी के साथ सूरह फलक की पीडीऍफ़ को डाउनलोड कर सकते है।

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क्या आप अल्लाह के 99 नाम जाते हैं? अगर नहीं तो जाने- अल्लाह के 99 नाम हिंदी, इंग्लिश और अरबी में

Qul Auzu Bi Rabbil Falak Mp3 or Audio Download

मेरे प्यारे भाइयों और बहनों जैसा की आपने इस पोस्ट में सूरह अल फलक को सभी भाषाओं में टेक्स्ट और इमेजेज के जरिये पढ़ा ही होगा।

लेकिन अगर आप सूरह सुनना पसंद करते है, जिससे आपने दिल और दिमाग को आराम मिलता है।

तो हमने यहाँ Surah Al Falaq Mp3 Me दी है आप आसानी के साथ इसे डाउनलोड करके सुन सकते है।

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Surah Falaq In Hindi Tafseer

शानै नुजूल:
यह सूरत और सूरत अन्नास जो इसके बाद है जो उस वक़्त नाजिल हुई जब कि लुबेद बिन अअसम यहूदी और उसकी बेटियों ने हुजूर सय्यदे आलम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर जादू किया और हुजूर के जिस्मे मुबारक और आज़ाए ज़ाहिरा पर इसका असर हुआ।

कल्ब ब अक्ल व एतेकाद पर कुछ असर न हुआ। चन्द रोज़ के बाद जिबरील आए और उन्होंने अर्ज किया कि एक यहूदी ने आप पर जादू किया है और जादू का जो कुछ सामान है वह फला कुएँ में एक पत्थर के नीचे दबा दिया है।

हुजूर सय्यदे आलम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने अली मुर्तजा रजियल्लाहु अन्हु को भेजा उन्होने कुएँ का पानी निकालने के बाद पत्थर उठाया उसके नीचे से खजूर के गाभे की थैली बरआमद हुई।

उसमें हुजूर के मूए शरीफ जो कंघी से बरआमद हुए थे।और हुजूर की कंघी के चन्द दन्दाने और एक डोरा या कमान का चिल्ला जिसमें ग्यारह गिरह लगी थी और एक मोम का पुतला जिसमें ग्यारह सुईया चुभी थीं यह सब सामान पत्थर के नीचे से निकाला।और हुजूर की खिदमत में हाजिर किया गया।

अल्लाह तआला ने यह दोनो सूरतें नाज़िल फ़रमाई। इन दोनों सूरतों में ग्यारह आयतें हैं पांच सूरह फलक में हर एक आयत के पढने के साथ एक एक गिरह खुलती जाती थी। यहाँ तक की सब गिरहें खुल गई और हुजूर बिल्कुल तन्दुरुस्त हो गए।

मसला ताबीज़ और अमल जिस में कोई कलिमए कुफ़्र या शिर्क का न हो जाइज़ है। खास कर वह अमल जो आयाते कुंरआनिया से किये जायें या अहादीस में वारिद हुए हो।

हदीस शरीफ में है कि अस्मा बिन्ते अमीस ने अर्ज किया या रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जअफर के बच्चों को जल्द जल्द नजर होती है। क्या मुझे इजाज़त है कि उनके लिए अमल करूँ? हुजूर ने इजाज़त दी ( तिर्मिज़ी)

(फा 2) तअव्वुज मे अल्लाह तआला का इस वस्फ़ के साथ जिक्र इसलिए है कि अल्लाह तआला सुबह पैदा करके शब की तारीकी दूर फ़रमाता है तो वह कादिर है कि पनाह चाहने वाले को जिन हालात से खाोफ है उनको दूर फरमाए। नीज़ जिस तरह शबे तार में आदमी तुलूअ सुबह का इन्तेजार करता है।

ऐसा ही खाइफ़ अम्न व राहत का मुन्तजिर रहता है इलावा बरी सुबह अहले इज़्तेरार व इज़्तेराब की दुआओं का और उनके कबूल हाने का वक़्त है तो मुराद यह हुई कि जिस वक्त अरबाबे क़र्ब व गम को कशाइश दी जाती है और दुआयें कबूल की जाती हैं मैं उस वक़्त के पैदा करने वाले की पनाह चाहता हूँ।‘एक क़ौल यह भी है कि फ़लक़ जहन्नम में एक वादी है।

(फा 3) जानदार हो या बे जान, मुकल्लफ़ हो या गैर मुकल्लफ़, बाज़ मुफस्सिरीन ने फरमाया है कि मख्लूक़ से मुराद यहाँ खास इबलीस है जिससे बदतर मख्लूक़ में कोई नहीं, और जादू के अमल उसकी और उसके अअवाने लश्करो की मदद से पूरे होते हैं1

(फा 4) हजरत उम्मुल मोमिनीन आइशा रजियल्लाहु अन्हा से मरवी है कि रसूल करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने चांद की तरफ़ नज़र करके उनसे फ़रमाया। ऐ आइशा अल्लाह की पनाह लो उसके शर से यह अंधेरी डालने वाला है। जब डूबे (तिर्मिंजी)

यानी आखिर माह में जब चाँद छुप जाये तो जादू के वह अमल जो बीमार करने के लिए हैं। उसी वक्त में किये जाते हैं।

(फा 5) यानी जादूगर औरतें जो डोरों में गिरह लगा लगा कर उनमें जादू के मन्त्र पढ़ पढ़ कर फूंकती हैं।

(फ़ा 6) हसद वाला वह है जो दूसरे के ज़वाले निअमत की तमन्ना करे। यहाँ हासिद से यहूद मुराद हैं जो नबीए करीम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से हसद करते थे। या खास लबीद बिन अअसम यहूदी हसद बद-तरीन सिफ़त है और यही सब से पहला गुनाह हैं जो आसमान में इबलीस से सरज़द हुआ और ज़मीन में काबील से।

टायपिंग मिस्टेक हो गयी हो तो मुआफ कीजियेगा। और बताईएगा जरूर ताकि उसे सुधारा जा सके। अल्लाह की बारगाह में दुआ कीजिये, और कोशिश कीजियेगा क़ुरआन शरीफ़ को समझने की।

Surah falaq ki hadees in hindi

👉 [1] अबू अब्दुल्ला से रिबायत है कि इब्न ‘अबीस अल-जुहानी ने उनसे इरशाद फ़रमाया कि: अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाह अलैहि व सल्लम) ने उनसे कहा: “हे इब्न ‘अबीस, क्या मैं आपको उस बेहतरीन चीज़ के बारे में नहीं बताऊँ जिसको करने से अल्लाह की पनाह मांग सकते हो?”

उन्होंने कहा: “हाँ, अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाह अलैहि व सल्लम)।” (सल्लल्लाह अलैहि व सल्लम) ने कहा: “कहो: मैं (अल्लाह) दिन के मालिक से पनाह चाहता हूं।” (अल-फलक), “कहो: मैं इंसानों के रब (अल्लाह) से पनाह मांगता हूं।” (अल-नास) – ये दोनों सूरह।”

👉 [2] आयशा रजिअल्लाहो से रिवायत है: जब भी अल्लाह के रसूल(ﷺ) बिस्तर पर जाते थे, तो वह सूरत-अल-इखलास, सूरत-अल-फलक और सूरत-ए-नास की तिलावत करते थे।

और फिर अपनी हथेलियों पर फूंक मारते थे और उन्हें अपने चेहरे और उन हिस्सों पर फेरते थे ,जहाँ तक हाथ पहुंच सकें और जब वे बीमार पढ़ते, तो मुझे उनके लिए वैसा ही करने का हुकुम देते थे। (Sahih al-Bukhari 5748)

👉 [3] उकवा इब्ने आमिर ने बयान किया कि अल्लाह के रसूल(ﷺ) इरशाद फ़रमाया कि: क्या तुम नहीं जानते, कल रात कुछ ऐसी आयतें नाजिल हुई जिन की कोई नजीर (तरजीह) नहीं है यानी उनके समान कोई और आयत नही है, वो ये है: “कहो: मैं अल्लाह की पनाह मांगता हूं जो दिन का मालिक है।”(अल-फलक) और “कहो: मैं इंसानों के रब (अल्लाह) से पनाह मांगता हूं।” (अल-नास 114)

👉 [4] पैगंबर (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) से रिबायत है कि जो कोई भी रमजान के महीने में अपनी किसी भी नमाज़ में इस सूरह कुल अऊजू बि रब्बिल फ़लक़ की तिलावत करता है, वह ऐसा है जैसे उसने मक्का में रोज़ा रखा हो और उसको हज और उमरा करने के बराबर सबाब मिलेगा।

तो दोस्तों यह थी सूरह फलक से जुड़ी कुछ हदीसें आइए अब हम Surah falaq ki fazilat in hindi जान लें।

सूरह फलक फ़ज़ीलत (Surah falaq fazilat in hindi)

जैसा की हमें पता ही है कि कुरआन की हर एक सूरह किसी न किसी फ़ज़ीलत के साथ होती है। ठीक उसी तरह सूरह कुल अऊजू बि रब्बिल फ़लक़ की भी अपनी फ़ज़ीलत है।

जैसा की हमने ऊपर हदीस में पढ़ा ही है की नबी अकरम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने कई बार इरशाद किया है की सूरह अल फलक और सूरह नास के समान और कोई सूरह नही है।

आईये सूरह अल फलक की कुछ फ़ज़ीलत के बारे में जान लें:-

🤲 1. नबी अकरम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने इरशाद किया कि जो कोई सूरह अल फलक को नमाज़ में पढता है उसको मक्का में रोज़ा रखने के बराबर सबाव हासिल होगा।

🤲 2. सूरह अल फलक को नमाज़ में पढने पर उस शख्स को एक हज और उमरा के बराबर सवाब मिलता है।

🤲 3. नबी अकरम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम जब बिस्तर पर सोने जाते तो सूरह अल फलक और सूरह नास की तिलावत करते और फिर अपनी दोनों हाथों की हथेली पर दम करके पूरे जिस्म पर फेरते थे।

🤲 4. नबी अकरम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम बीमारी की हालत में कसरत से सूरह अल फलक और सूरह नास की तिलावत करते थे।

दोस्तों आपको ये पोस्ट पसंद आई हो तो आगे जरूर भेजें आपके ऐसा करने से लोगों को सूरह अल फलक की फ़ज़ीलत मालूम होगी।

सूरह फलक के फायदे (Surah falaq padhne ke fayde)

👍 हमारे नबी की सुन्नत है, सूरह फलक रोज़ पढना।

👍 बुरी नजर से हिफाजत होती है।

👍 बुरी ताकतों और शैतानों से रात भर हिफाजत।

👍 बीमारियां जड़ से खत्म हो जाएंगी।

👍 जादू टोना वगैरह से बचे रहोगे।

👍 बुरी नजर और हसद से हिफाजत होगी।

👍 बुखार जल्दी खत्म हो जाएगा।

👍 Depression जैसी बीमारी से शिफा मिलेगी।

👍 सेहत अच्छी होगी।

👍 बलाओं से हिफाजत होगी।

Surah falaq in hindi kab padhe?

दोस्तों सूरह फलक छोटी सूरह है, इसे आप आसानी से याद कर सकते हैं, और कई बार इसकी तिलावत कर सकते हैं।

यूं तो आप इस सूरह को जब चाहे तब पढ़ सकते हैं, लेकिन हदीसों से यह मालूम पड़ता है; कि रात को सोने से पहले सूरह फलक पढ़ कर सोना चाहिए ये हमारे नबी की सुन्नत है।

आप इस सूरह को सफर के दौरान किसी परेशानी के वक्त, नमाज में या किसी बुरे वक्त में भी पढ़ सकते हैं; और तो और अगर आपको कोई कीड़ा वगैरह काट दे तब भी आप इसे पढ़ सकते हैं, इससे आपको आराम मिलेगा।

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