Surah Infitar in Hindi Pdf with Tarjuma | सूरह अल-इन्फ़ितार हिंदी तर्जुमा

दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपके लिए सूरह अल-इन्फ़ितार (Surah Infitar in Hindi) से जुड़ी पूरी जानकारी हिंदी में मौजूद कराने की पूरी कोशिश की है,

जैसे की सूरह इन्फ़ितार हिंदी में, सूरह अल-इन्फ़ितार का हिंदी तर्जुमा और सूरह इन्फ़ितार की पीडीऍफ़।

surah-infitar-in-hindi-image

दोस्तों, सूरह अल-इन्फ़ितार हिंदी में पढ़ने से पहले हमें चाहिए की हम सूरह से जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लें।

आपको बताते चलें की Surah Infitar का हिंदी मतलब होता है: – “फट जाना”

सूरह इन्फ़ितार कुरान करीम के 30वें पारा में मौजूद 82वीं सूरह है। यह मक्की सूरह है।

सूरह का नामसूरह अल-इन्फ़ितार
पारा नंबर30
सूरह नंबर82
कुल आयतें19
कुल रुकू1
कुल शब्द (अलफ़ाज़)81
कुल अक्षर (हर्फ़)333

सूरह इन्फ़ितार हिंदी में | Surah Infitar In Hindi Text

दोस्तों यहाँ नीचे हमने सूरह इन्फ़ितार को हिंदी में मौजूद कराया है। आप नीचे दी गयी Surah Infitar Hindi Mein Text, को पढ़कर आसानी के साथ इस सूरह इन्फ़ितार की तिलावत कर सकते हैं।

अ ऊजु बिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम

1. इज़स्समा उन् फ़तरत्

2. व इज़ल कवाकिबुन् त सरत्

3. व इजल् बिहारु फुज्जिरत्

4. व इज़ल कुबूर बुअ्सिरत्

5. अलिमत् नफ़्सुम् मा कद्द मत् व अख़्खरत्

6. या अय्युहल् इन्सानु मा ग़र् र क बिरब्बिकल् करीम

7. अल्लज़ी ख़ ल क़ क फ़सव्वा क फ़ अदलक्

8. फ़ी अय्यि सूरतिम् मा शा अ रक्कबक्

9. कल्ला बल तुकज़्ज़िबू न बिद्दीनि

10. व इन् न अ़लैकुम् लहाफिज़ीन

11. किरामन् कातिबीन

12. यल्लमू न मा तफ़अ़लून

13. इन्नल् अब्रा र लफ़ी नअ़ीम

14. व इन्नल् फुज्जा र लफ़ी जहीम

15. यस्लौनहा यौमद्दीन

16. व मा हुम् अ़न्हा बिग़ाइबीन

17. व मा अद्रा क मा यौमुद्दीन

18. सुम् – म मा अदरा क मा यौमुद्दीन

19. यौ म ला तम्लिकु नफ़्सुल लिनफ़्सिन् शैआ, वल्अमु यौमइज़िल लिल्लाह

जैसा की आपने ऊपर सूरह इन्फ़ितार को हिंदी टेक्स्ट के जरिये पढ़ ही लिया होगा। हम आपसे दरख्वास्त करते हैं कि आप इस Surah Infitar Translation in Hindi को भी पढ़ें।

क्यूंकि Surah Infitar का तर्जुमा पढ़कर हमें समझ आएगा की अल्लाह ने इस सूरह में क्या इरशाद फ़रमाया है।

क्या आपको सूरह मुज़म्मिल के फायदे मालूम हैं? पढ़ें: – सूरह मुजम्मिल के फायदे

सूरह इन्फ़ितार का तर्जुमा | Surah Infitar Ka Tarjuma Hindi mein

बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
अल्लाह के नाम से जो बहुत मेहरबान , रह्म करने वाला है।

इज़स्समा उन् फ़ तरत्
जब आसमान फट जाएगा।

व इज़ल कवाकिबुन् त सरत्
और जब सितारे बिखर जाएंगे।

व इजल् बिहारु फुज्जिरत्
और जब समुद्र बह पड़ेंगे।

व इज़ल कुबूर बुअ्सिरत्
और जब क़ब्रें खोल दी जाएंगी।

अलिमत् नफ़्सुम् मा कद्द मत् व अख़्ख रत्
हर शख्स जान लेगा कि उसने क्‍या आगे भेजा और क्या पीछे छोड़ा |

या अय्युहल् इन्सानु मा ग़र् र क बिरब्बिकल् करीम
ऐ इंसान तुझे किस चीज़ ने अपने रब्बे करीम की तरफ़ से धोखे में डाल रखा है।

अल्लज़ी ख़ लक़ क फ़ सव्वा क फ़अदलक्
जिसने तुझे पैदा किया। फिर तेरे आज़ा (शरीरांग) को दुरुस्त किया, फिर तुझे मुतनासिब (संतुलित) बनाया।

फ़ी अय्यि सूरतिम् मा शा अ रक्कबक्
जिस सूरत में चाहा तुम्हें तर्तीब दे दिया।

कल्ला बल तुकज़्ज़िबू न बिद्दीनि
हरगिज़ नहीं, बल्कि तुम इंसाफ़ के दिन को झुठलाते हो।

व इन् न अ़लैकुम् लहाफिज़ीन
हालांकि तुम पर निगहबान मुक़र्रर हैं।

किरामन् कातिबीन
मुअज़्जज़ लिखने वाले।

यल्लमू न मा तफ़अ़लून
वे जानते हैं जो कुछ तुम करते हो।

इन्नल् अब्रा र लफ़ी नअ़ीम
बेशक नेक लोग ऐश में होंगे।

व इन्नल् फुज्जा र लफ़ी जहीम
और बेशक गुनाहगार दोजख़ में।

यस्लौनहा यौमद्दीन
इंसाफ़ के दिन वे उसमें डाले जाएंगे।

व मा हुम् अ़न्हा बिग़ाइबीन
वे उससे जुदा होने वाले नहीं।

व मा अद्रा क मा यौमुद्दीन
और तुम्हें क्या ख़बर कि इंसाफ़ का दिन क्या है।

सुम्म मा अदरा क मा यौमुद्दीन
फिर तुम्हें क्या ख़बर कि इंसाफ़ का दिन क्या है।

यौ म ला तम्लिकु नफ़्सुल लिनफ़्सिन् शैआ, वल्अमरु यौमइज़िल लिल्लाह
उस दिन कोई जान किसी दूसरी जान के लिए कुछ न कर सकेगी और मामला उस दिन अल्लाह ही के इख़्तियार में होगा।

सूरह अल-इन्फ़ितार इमेज | Surah Al-Infitar Hindi Image

surah-al-infitar-in-hindi-text-image

सूरह इन्फ़ितार पीडीऍफ़ | Surah Infitar Pdf in Hindi

दोस्तों जैसा की आपने सूरह इन्फ़ितार को ऊपर टेक्स्ट के जरिये पढ़ ही लिया होगा और साथ ही साथ आपने सूरह इन्फ़ितार का हिंदी तर्जुमा भी पढ़ा होगा।

लेकिन हम चाहते हैं की हम इस सूरह को जब चाहे तब पढ़ सकें, उसके लिए हमने नीचे इस सूरह इन्फ़ितार की पीडीऍफ़ डाउनलोड करने का button दिया है।

आप आसानी के साथ यहाँ से Surah Infitar in Hindi Pdf Download कर सकते हैं।

सूरह अल-इन्फ़ितार अरबी में | Infitar Surah In Arabic

بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ

(1) إِذَا السَّمَاءُ انْفَطَرَتْ
(2) وَإِذَا الْكَوَاكِبُ انْتَثَرَتْ
(3) وَإِذَا الْبِحَارُ فُجِّرَتْ
(4) وَإِذَا الْقُبُورُ بُعْثِرَتْ
(5) عَلِمَتْ نَفْسٌ مَا قَدَّمَتْ وَأَخَّرَتْ
(6) يَا أَيُّهَا الْإِنْسَانُ مَا غَرَّكَ بِرَبِّكَ الْكَرِيمِ
(7) الَّذِي خَلَقَكَ فَسَوَّاكَ فَعَدَلَكَ
(8) فِي أَيِّ صُورَةٍ مَا شَاءَ رَكَّبَكَ
(9) كَلَّا بَلْ تُكَذِّبُونَ بِالدِّينِ
(10) وَإِنَّ عَلَيْكُمْ لَحَافِظِينَ
(11) كِرَامًا كَاتِبِينَ
(12) يَعْلَمُونَ مَا تَفْعَلُونَ
(13) إِنَّ الْأَبْرَارَ لَفِي نَعِيمٍ
(14) وَإِنَّ الْفُجَّارَ لَفِي جَحِيمٍ
(15) يَصْلَوْنَهَا يَوْمَ الدِّينِ
(16) وَمَا هُمْ عَنْهَا بِغَائِبِينَ
(17) وَمَا أَدْرَاكَ مَا يَوْمُ الدِّينِ
(18) ثُمَّ مَا أَدْرَاكَ مَا يَوْمُ الدِّينِ
(19) يَوْمَ لَا تَمْلِكُ نَفْسٌ لِنَفْسٍ شَيْئًا ۖ وَالْأَمْرُ يَوْمَئِذٍ لِلَّ

इज़स्समा उन फ़ तरत सूरह अरबी इमेज

surah-al-infitar-in-arabic-text-image

सूरह इन्फ़ितार की ऑडियो | Surah al-Infitar Mp3

दोस्तों, हमें उम्मीद है की आपने सूरह इन्फ़ितार को हिंदी और अरबी में पढ़ लिया होगा। यहाँ हमने सूरह इन्फ़ितार की ऑडियो फाइल मौजूद करायी है।

अगर आपको कुरान की तिलावत अरबी में उर्दू तर्जुमा के साथ सुनना पसंद है, जिसे सुनकर आपको सुकून हासिल होता है, तो हमें नीचे इस Surah Al-Infitar Mp3 डाउनलोड करने का button दिया है।

आप आसानी के साथ इसे डाउनलोड कर सकते हैं।

सूरह इन्फ़ितार की तफसीर | Tafseer of Surah Infitar

यहाँ हमने सूरह इन्फितार की मुख़्तसर सी तफसीर मौजूद करायी है, अगर आप पूरी तफसीर अच्छे से पढ़ना चाहते हैं तो आप किसी आलिम से मुतालबा कर सकते हैं या आप कुरान करीम को पढ़ सकते हैं।

तफसीर: – इस सूरह का मज़मून आखिरत पर है।

एक हदीस में है कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैह बसल्लम ने इरशाद फ़रमाया कि ” जो शख्स चाहता हो कि क़यामत के दिन को इस तरह देख ले, जैसे आखों से देखा जाता है, तो वह ‘सूरा तकवीर’, ‘सूरा इन्फितार’ और सूरा इन्शिकाक़को पढ़ ले।”

📜 इस सूरह में सबसे पहले क़यामत के दिन को बताया गया है और यह बताया गया है की जब वह सामने आ जाएगा, तो हर किसी शख्स के सामने उसके पूरी जिंदगी का किया-धरा उसके सामने दिखा दिया जाएगा।

📜 इसके बाद इंसान को एहसास दिलाया गया है कि जिसने (अल्लाह ने) तुझे बजूद बख्शा और जिसके रहमों करम से ए इंसान ! तू आज सब मखलूक से आला जिस्म और अक्ल लिए फिरता है, उसके (अल्लाह) बारे में यह धोखा तुझे कहाँ से आ गया कि वह सिर्फ रहम करने बाला ही है, न्याय करने बाला नहीं है।

📜 अगली आयातों में अल्लाह तआला ने इंसानों को सावधान किया है कि तुम किसी भ्रम में न रहो, हमने (अल्लाह) ने निगहबान फरिस्ते मुकर्रर कर दिए हैं, जो हर वक़्त तुम्हारे आमाल नामे तैयार किये जा रहे है।

📜 आखिरी आयातों में अल्लाह ने जोर देकर फरमाया है कि बेशक इन्साफ का दिन (आखिरत का दिन) आने वाला है, जिसमें बेशक नेक लोग आराम में जन्नत के मज़े ले रहे होंगे और बुरे लोग जहन्नम की आग में जलिंगे।

और अधिक पढ़ें

Leave a Comment