Surah Juma in Hindi Translation Pdf | सूरह जुमा हिंदी में तर्जुमा संग

Last updated on अक्टूबर 1st, 2023 at 03:09 अपराह्न

दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपके लिए 📝 सूरह जुमुअ़ह (Surah Juma Pdf in Hindi) से जुड़ी पूरी जानकारी हिंदी में मौजूद कराने की पूरी कोशिश की है,

जैसे की सूरह जुमा हिंदी में, सूरह जुमुअ़ह का हिंदी तर्जुमा और 🖨️ Surah Juma Pdf।

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📌नोट: – ” कोशिश करें की आप कुरान को अरबी भाषा ही में पढ़ें, जिससे अलफ़ाज़ में कोई गलती न हो। “

दोस्तों, सूरह जुमुअ़ह हिंदी में पढ़ने से पहले हमें चाहिए की हम सूरह से जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लें।

आपको बताते चलें की Surah Juma का कुरान में नाम सूरह जुमुअ़ह है, जिसका हिंदी मतलब होता है: – “जुमा”।

सूरह जुमुअ़ह कुरान करीम के 📜 28वें पारा में मौजूद 62वीं सूरह है। यह 🕌 मदनी सूरह है।

सूरह का नामसूरह अल-जुमुअ़ह
पारा नंबर28
सूरह नंबर62
कुल आयतें11
कुल रुकू2
कुल शब्द (अलफ़ाज़)177
कुल अक्षर (हर्फ़)772

सूरह जुमा हिंदी में | Surah Juma In Hindi Text

दोस्तों यहाँ नीचे हमने सूरह जुमुअ़ह को हिंदी में मौजूद कराया है।

आप नीचे दी गयी Surah Juma Hindi Mein Text, को पढ़कर आसानी के साथ इस सूरह जुमुअ़ह की तिलावत कर सकते हैं। साथ ही हमने नीचे इस पोस्ट में Surah Juma Ki Hindi Pdf को भी मौजूद कराया है।

अ ऊजु बिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम

1. युसब्बिहू लिल लाहि मा फिस सामावति वमा फिल अरज़िल मलिकिल कुद्दूसिल अजीज़िल हकीम

2. हुवल लज़ी बअस फिल उममिय यीना रसूलम मिन्हुम यतलूना अलैहिम आयातिही व युज़क कीहिम व युअल्लिमु हुमुल किताब वल हिकमह वइन कानू मिन क़ब्लु लफ़ी ज़लालिम मुबीन

3. व आखरीन मिन्हुम लम्मा यल्हकू बिहिम वहुवल अज़ीज़ुल हकीम

4. ज़ालिका फज़लुल लाहि युअ’तीहि मय यशाअ वल लाहू ज़ुल फजलिल अज़ीम

5. मसलुल लज़ीना हुममिलुत तौराता सुम्म लम यहमिलूहा कमासलिल हिमारि यहमिलु अस्फारा बिअ,सा मसलुल कौमिल लज़ीना कज्ज़बू बिआयातिल लाह वललाहू ला यहदिल कौमज़ ज़ालिमीन

6. कुल या अय्युहल लज़ीना हादू इन ज़अमतुम अन्नकुम अव्लियाउ लिल मिन दूनिन नासि फ़ तमन्नवुल मौत इन कुन्तुम सादिक़ीन

7. वला यता मन नौनहू अबदम बिमा क़द्दमत ऐदीहिम वल लाहु अलीमुम बिज़ ज़ालिमीन

8. कुल इन्नल मौतल लज़ी तफिररूना मिन्हु फ़इन्नहू मुलाक़ीकुम सुम्मा तुरददूना इला आलिमिल ग़ैबि वश शहादति फ़ युनबबिउकुम बिमा कुन्तुम त’अलमून

9. या अय्युहल लज़ीना आमनू इज़ा नूदिया लिस सलाति मिय यौमिल जुमुअति फ़स औ इला ज़िकरिल लाहि वज़रुल बैअ ज़ालिकुम खैरुल लकुम इन कुन्तुम त’अलमून

10. फ़इज़ा कुज़ियतिस सलातु फन तशिरू फ़िल अरज़ि वबतगू मिन फजलिल लाहि वज्कुरुल लाह कसीरल लअल्लकुम तुफ्लिहून

11. व इज़ा रऔ तिजारतन औ लहवनिन फज्जू इलैहा व तरूका क़ाइमा क़ुल मा इन्दल लाहि खैरुम मिनल लहवि वमिनत तिजारह वल लाहू खैरुर राज़िकीन

जैसा की आपने ऊपर सूरह जुमुअ़ह को हिंदी टेक्स्ट के जरिये पढ़ ही लिया होगा।

हम आपसे दरख्वास्त करते हैं कि आप इस Surah Juma Translation in Hindi को भी पढ़ें।

क्यूंकि Surah Juma in Hindi का तर्जुमा पढ़कर हमें समझ आएगा की अल्लाह ने इस सूरह में क्या इरशाद फ़रमाया है।


सूरह जुमुअ़ह का तर्जुमा | Surah Juma Hindi Me Tarjuma

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है

युसब्बिहू लिल लाहि मा फिस सामावति वमा फिल अरज़िल मलिकिल कुद्दूसिल अजीज़िल हकीम

आसमान व ज़मीन की तमाम चीज़ें अल्लाह तआला की पाकी बयान करती हैं जो बादशाह हैं से ) पाक हैं, ग़ालिब और हिकमत वाले हैं

हुवल लज़ी बअस फिल उममिय यीना रसूलम मिन्हुम यतलूना अलैहिम आयातिही व युज़क कीहिम व युअल्लिमु हुमुल किताब वल हिकमह वइन कानू मिन क़ब्लु लफ़ी ज़लालिम मुबीन

वही ख़ुदा है जिस ने अनपढ़ लोगों में उन ही में से एक नबी भेजा जो उन पर अल्लाह तआला की आयतें पढ़ कर सुनाते हैं, उन को अक़ीदा व अमल की गंदगियों से पाक व साफ़ करते हैं,

और उन को किताब और हिकमत की तालीम देते हैं हालांकि इस से पहले ये लोग खुली हुई गुमराही में थे

व आखरीन मिन्हुम लम्मा यल्हकू बिहिम वहुवल अज़ीज़ुल हकीम

और उन दुसरे लोगों की तरफ भी भेजा जो अभी मुसलमानों के साथ नहीं मिले (लेकिन आइन्दा ईमान लायेंगे) और अल्लाह ही ग़ालिब और हिकमत वाले हैं

ज़ालिका फज़लुल लाहि युअ’तीहि मय यशाअ वल लाहू ज़ुल फजलिल अज़ीम

ये अल्लाह त आला का फज्लो करम है जिसे चाहते हैं अता फरमाते हैं और अल्लाह बड़े करम वाले हैं

मसलुल लज़ीना हुममिलुत तौराता सुम्म लम यहमिलूहा कमासलिल हिमारि यहमिलु अस्फारा बिअ,सा मसलुल कौमिल लज़ीना कज्ज़बू बिआयातिल लाह वललाहू ला यहदिल कौमज़ ज़ालिमीन

जिन लोगों को तौरात दी गयी, फिर उन्होंने उसको नहीं उठाया (यानी अमल नहीं किया) उन की मिसाल उस गधे की सी है, जो बहुत सी किताबें लादे हुए हो, कितनी बुरी मिसाल है

उन लोगों की जिन्होंने अल्लाह तआला की आयातों को झुटलाया, और अल्लाह ज़ुल्म करने वालों को हिदायत नहीं देते

Surah Juma Tarjuma in Hindi Continue

कुल या अय्युहल लज़ीना हादू इन ज़अमतुम अन्नकुम अव्लियाउ लिल मिन दूनिन नासि फ़ तमन्नवुल मौत इन कुन्तुम सादिक़ीन

आप कह दीजिये : ए यहूदियों ! अगर तुम्हारा गुमान है कि तमाम लोगों को छोड़ कर तुम ही अल्लाह के दोस्त हो, तो अगर तुम सच्चे हो तो मौत की तमन्ना करो

वला यता मन नौनहू अबदम बिमा क़द्दमत ऐदीहिम वल लाहु अलीमुम बिज़ ज़ालिमीन

वो अपनी हरकतों की वजह से जो पहले कर चुके हैं कभी मौत की तमन्ना नहीं करेंगे और अल्लाह इन जालिमों से खूब वाकिफ हैं

कुल इन्नल मौतल लज़ी तफिररूना मिन्हु फ़इन्नहू मुलाक़ीकुम सुम्मा तुरददूना इला आलिमिल ग़ैबि वश शहादति फ़ युनबबिउकुम बिमा कुन्तुम त’अलमून

आप कह दीजिये जिस मौत से तुम भागते हो वो ज़रूर ही तुम पर आकर रहेगी, फिर तुम उस खुदा की तरफ लौटा दिए जाओगे,

जो पोशीदा को भी जनता है और ज़ाहिर को भी, फिर वो तुम को तुम्हारे किये हुए काम भी बता देगा

या अय्युहल लज़ीना आमनू इज़ा नूदिया लिस सलाति मिय यौमिल जुमुअति फ़स औ इला ज़िकरिल लाहि वज़रुल बैअ ज़ालिकुम खैरुल लकुम इन कुन्तुम त’अलमून

ए मुसलमानों ! जब जुमा के दिन नमाज़ के लिए अज़ान दी जाये तो अल्लाह के ज़िक्र की तरफ़ दौड़ पड़ो और ख़रीद फ़रोख्त छोड़ दिया करो, अगर तुम समझ रखते हो तो तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर है

फ़इज़ा कुज़ियतिस सलातु फन तशिरू फ़िल अरज़ि वबतगू मिन फजलिल लाहि वज्कुरुल लाह कसीरल लअल्लकुम तुफ्लिहून

जब नमाज़ पूरी हो जाये तो अल्लाह की ज़मीन में फ़ैल जाओ, अल्लाह की रोज़ी तलाश करो और उस को कसरत से याद करते रहो ताकि तुम फलाह पाओ

व इज़ा रऔ तिजारतन औ लहवनिन फज्जू इलैहा व तरूका क़ाइमा क़ुल मा इन्दल लाहि खैरुम मिनल लहवि वमिनत तिजारह वल लाहू खैरुर राज़िकीन

और जब ये तिजारत या खेल तमाशा देखते हैं तो उस की तरफ दौड़ पड़ते हैं और आप को खड़ा छोड़ जाते हैं,

आप फरमा दीजिये कि जो कुछ अल्लाह के पास है, वो खेल तमाशा और खरीद फरोख्त से बेहतर है और अल्लाह सब से बेहतर रोज़ी देने वाले हैं


सूरह जुमा हिंदी इमेज | Surah Juma Full Hindi Image

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सूरह जुमुअ़ह पीडीऍफ़ | Surah Juma Pdf Download

जैसा की आपने सूरह जुमुअ़ह को ऊपर टेक्स्ट के जरिये पढ़ ही लिया होगा और साथ ही साथ आपने सूरह जुमुअ़ह का हिंदी तर्जुमा भी पढ़ा होगा।

लेकिन हम चाहते हैं की हम इस सूरह को जब चाहे तब पढ़ सकें, उसके लिए हमने नीचे इस Surah Juma Full Pdf Download करने का button दिया है।

आप आसानी के साथ यहाँ से Surah Juma Pdf Download कर सकते हैं।


सूरह जुमुअ़ह अरबी में | Surah Jumah In Arabic Text

بِسْمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحْمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

يُسَبِّحُ لِلَّهِ مَا فِى ٱلسَّمَـٰوَٰتِ وَمَا فِى ٱلْأَرْضِ ٱلْمَلِكِ ٱلْقُدُّوسِ ٱلْعَزِيزِ ٱلْحَكِيمِ
هُوَ ٱلَّذِى بَعَثَ فِى ٱلْأُمِّيِّـۧنَ رَسُولًۭا مِّنْهُمْ يَتْلُوا۟ عَلَيْهِمْ ءَايَـٰتِهِۦ وَيُزَكِّيهِمْ وَيُعَلِّمُهُمُ ٱلْكِتَـٰبَ

وَٱلْحِكْمَةَ وَإِن كَانُوا۟ مِن قَبْلُ لَفِى ضَلَـٰلٍۢ مُّبِينٍۢ

وَءَاخَرِينَ مِنْهُمْ لَمَّا يَلْحَقُوا۟ بِهِمْ ۚ وَهُوَ ٱلْعَزِيزُ ٱلْحَكِيمُ

ذَٰلِكَ فَضْلُ ٱللَّهِ يُؤْتِيهِ مَن يَشَآءُ ۚ وَٱللَّهُ ذُو ٱلْفَضْلِ ٱلْعَظِيمِ
مَثَلُ ٱلَّذِينَ حُمِّلُوا۟ ٱلتَّوْرَىٰةَ ثُمَّ لَمْ يَحْمِلُوهَا كَمَثَلِ ٱلْحِمَارِ يَحْمِلُ أَسْفَارًۢا ۚ بِئْسَ مَثَلُ ٱلْقَوْمِ

ٱلَّذِينَ كَذَّبُوا۟ بِـَٔايَـٰتِ ٱللَّهِ ۚ وَٱللَّهُ لَا يَهْدِى ٱلْقَوْمَ ٱلظَّـٰلِمِينَ
قُلْ يَـٰٓأَيُّهَا ٱلَّذِينَ هَادُوٓا۟ إِن زَعَمْتُمْ أَنَّكُمْ أَوْلِيَآءُ لِلَّهِ مِن دُونِ ٱلنَّاسِ فَتَمَنَّوُا۟ ٱلْمَوْتَ إِن كُنتُمْ صَـٰدِقِينَ

وَلَا يَتَمَنَّوْنَهُۥٓ أَبَدًۢا بِمَا قَدَّمَتْ أَيْدِيهِمْ ۚ وَٱللَّهُ عَلِيمٌۢ بِٱلظَّـٰلِمِينَ
قُلْ إِنَّ ٱلْمَوْتَ ٱلَّذِى تَفِرُّونَ مِنْهُ فَإِنَّهُۥ مُلَـٰقِيكُمْ ۖ ثُمَّ تُرَدُّونَ إِلَىٰ عَـٰلِمِ ٱلْغَيْبِ وَٱلشَّهَـٰدَةِ فَيُنَبِّئُكُم بِمَا كُنتُمْ تَعْمَلُونَ

يَـٰٓأَيُّهَا ٱلَّذِينَ ءَامَنُوٓا۟ إِذَا نُودِىَ لِلصَّلَوٰةِ مِن يَوْمِ ٱلْجُمُعَةِ فَٱسْعَوْا۟ إِلَىٰ ذِكْرِ ٱللَّهِ وَذَرُوا۟ ٱلْبَيْعَ ۚ ذَٰلِكُمْ خَيْرٌۭ لَّكُمْ إِن كُنتُمْ تَعْلَمُونَ

فَإِذَا قُضِيَتِ ٱلصَّلَوٰةُ فَٱنتَشِرُوا۟ فِى ٱلْأَرْضِ وَٱبْتَغُوا۟ مِن فَضْلِ ٱللَّهِ وَٱذْكُرُوا۟ ٱللَّهَ كَثِيرًۭا لَّعَلَّكُمْ تُفْلِحُونَ .١٠

وَإِذَا رَأَوْا۟ تِجَـٰرَةً أَوْ لَهْوًا ٱنفَضُّوٓا۟ إِلَيْهَا وَتَرَكُوكَ قَآئِمًۭا ۚ قُلْ مَا عِندَ ٱللَّهِ خَيْرٌۭ مِّنَ ٱللَّهْوِ وَمِنَ ٱلتِّجَـٰرَةِ ۚ وَٱللَّهُ خَيْرُ ٱلرَّٰزِقِينَ .١١


सूरह अल-जुमुअ़ह अरबी इमेज

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सूरह जुमुअ़ह की ऑडियो | Surah Al-Jumuah Mp3

दोस्तों, हमें उम्मीद है की आपने सूरह जुमुअ़ह को हिंदी और अरबी में पढ़ लिया होगा।

यहाँ हमने सूरह जुमुअ़ह की ऑडियो फाइल मौजूद करायी है।

अगर आपको कुरान की तिलावत अरबी में उर्दू तर्जुमा के साथ 🎧 सुनना पसंद है, जिसे सुनकर आपको सुकून हासिल होता है,

तो हमें नीचे इस 🎶 Surah Jumuah Mp3 डाउनलोड करने का button दिया है।

आप आसानी के साथ इसे डाउनलोड कर सकते हैं।


सूरह जुमा की फ़ज़ीलत | Surah Juma Ki Fazilat in Hindi

जैसा कि ऊपर हम बयान कर चुके हैं, इस सूरह के दोनों रुकू दो अलग ज़मानों में नाज़िल हुए हैं।

इसलिए दोनों के मौज़ू अलग हैं और मुख़ातब भी अलग है।

अगरचे उनके दरमयान एक नौह की मुनासबत है जिसकी बिना पर इन्हे एक सूरह में जमा किया गया है,

लेकिन मुनासबत समझने से पहले हमें दोनों के मौज़ूआत को अलग अलग समझ लेना चाहिए।

पहला रुकू उस वक़्त नाज़िल हुआ था जब यहूदीयों की वो तमाम कोशिशें नाकाम हो चुकी थीं, जो पिछले छः साल के दौरान में उन्होंने इस्लाम की दावत का रास्ता रोकने के लिए की थीं।

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🕌 मदीना में पहले उनके तीन तीन ताक़तवर क़बीले रसूल अल्लाह सल्ललहु अलैहि बसल्लम को नीचा दिखाने के लिए एड़ी चोटी तक का ज़ोर लगाते रहे

और नतीजा यह हुआ कि उनमें से एक क़बीला पूरी तरह तबाह हो गया और दो क़बीलों को जिला-वतन होना पड़ा।

फिर वो साज़िशें कर के अरब के बहुत से कबीलो को मदीने पर चढ़ा लाए , मगर ग़ज़वा एहज़ाब में इन सबने मुँह की खाई।

इस के बाद उनका सबसे बड़ा गढ ख़ैबर रह गया था। जहां मदीना से निकले हुए यहूदीयों की भी बड़ी तादाद जमा हो गई थी।

इन आयात के नुज़ूल के वक़्त वो भी बग़ैर किसी ग़ैरमामूली ज़हमत के फ़तह हो गया,

और यहूदीयों ने ख़ुद दरख़ास्त कर के वहां मुस्लमानों के काश्तकारों की हैसियत से रहना क़बूल कर लिया।

इस आख़िरी शिकस्त के बाद अरब में यहूदी ताक़त का बिलकुल ख़ातमा हो गया।

वादी अलक़रा, फ़दक, तीमा, तबूक, सब एक एक कर के हथियार डालते चले गए।

यहां तक कि अरब के तमाम यहूदी इसी इस्लाम की रियाया बन कर रह गए।

जिसके वजूद को बर्दाश्त करना तो दरकिनार, जिसका नाम सुनना तक उन्हें गवारा ना था।

ये मौक़ा था जब अल्लाह ताला ने इस सूरह में एक मर्तबा फिर उनको ख़िताब फ़रमाया, और ग़ालिबन ये आख़िरी ख़िताब था जो क़ुरआन-ए-मजीद मैं उनसे किया गया।

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इस में उन्हें मुख़ातब कर के तीन बातें फ़रमाई गई हैं


1️⃣ पहली बात ये है | Surah Juma in Hindi

➤ 1: – तुमने उस रसूल को इसलिए मानने से इनकार किया कि ये इस क़ौम में मबऊस हुआ था जिसे तुम हक़ारत के साथ ‘उम्मी’ कहते हो।

तुम्हारा ज़ाम-ए-बातिल ये था कि रसूल लाज़िमन तुम्हारी अपनी क़ौम ही का होना चाहिए।

तुम ये फ़ैसला किए बैठे थे कि तुम्हारी क़ौम से बाहर का जो शख़्स रिसालत का दावा करे वो ज़रूर झूटा है,

क्योंकि ये मन्सब तुम्हारी नसल के लिए मुख़तस हो चुका है और ‘उम्मीयों’ मैं कभी कोई रसूल नहीं आ सकता।

लेकिन अल्लाह ने इन्ही उम्मीयों में से एक रसूल उठाया है जो तुम्हारी आँखों के सामने उस की किताब सुना रहा है,

नफ़्स का तज़किया कर रहा है, और उन लोगों को हिदायत दे रहा है जिनकी गुमराही का हाल तुम ख़ुद जानते हो।

ये अल्लाह का फ़ज़ल है जिसे चाहे दे।

इस के फ़ज़ल पर तुम्हारा इजारा नहीं है कि जिसे तुम दिलवाना चाहो उसी को वो दे और जिसे तुम महरूम रखना चाहो उसे वो महरूम रखे।


2️⃣ दूसरी बात ये है | Surah Juma in Hindi

➤ 2: – तुमको तौरात का हामिल बनाया गया था, मगर तुमने उस की ज़िम्मेदारी ना समझी, ना अदा की।

तुम्हारा हाल उस गधे का सा है जिसकी पीठ पर किताबें लदी हुई हूँ और उसे कुछ नहीं मालूम कि वो किस चीज़ का बार उठाए हुए है।

बल्कि तुम्हारी हालत गधे से भी बदतर है। वो तो समझ बोझ नहीं रखता, मगर तुम समझ बूझ रखते हो,

और फिर किताब-उल-ल्लाह के हामिल होने की ज़िम्मेदारी से फ़रार ही नहीं करते , दानिस्ता अल्लाह की आयात को झटलाने से भी बाज़ नहीं रहते।

और इस पर तुम्हारे नाम लिख दी गई है।

गोया तुम्हारी राय ये है कि ख़ाह तुम अल्लाह के पैग़ाम का हक़ अदा करो या ना करो,

बहर-ए-हाल अल्लाह उस का पाबंद है कि वो अपने पैग़ाम का हामिल तुम्हारे सिवा किसी को ना बनाए


3️⃣ तीसरी बात ये है | Surah Juma in Hindi

➤ 3: – तुम अगर वाक़ई अल्लाह के चहेते होते और तुम्हें अगर यक़ीन होता कि इसके हाँ तुम्हारे लिए बड़ी इज़्ज़त और क़दर-ओ-मंजिलत का मुक़ाम महफ़ूज़ है,

तो तुम्हें मौत का ऐसा ख़ौफ़ ना होता कि ज़िल्लत की ज़िंदगी क़बूल है मगर मौत किसी तरह क़बूल नहीं।

यही मौत का ख़ौफ़ ही तो है जिसकी बदौलत पिछले चंद सालों में तुम शिकस्त पर शिकस्त खाते चले गए हो।

तुम्हारा ज़मीर ख़ूब जानता है कि इन करतूतों के साथ मर्वगे तो अल्लाह के हाँ इस से ज़्यादा ज़लील-ओ-ख़ार होगे जितने दुनिया में हो रहे हो।

ये है पहले रुकवा का मज़मून। इस के बाद दूसरा रुकवा, जो कई साल पहले नाज़िल हुआ था।

ये मौज़ू , Surah Juma in Hindi में ला कर इसलिए शामिल किया गया है कि

अल्लाह ताला ने यहूदीयों के सब के मुक़ाबला में मुस्लमानों को जुमा के साथ वो मुआमला ना करें जो यहूदीयों ने सबुत के साथ किया था।

दूसरा रुकू उस वक़्त नाज़िल हुआ था जब मदीने में एक रोज़ ऐन नमाज़-ए-जुमा के वक़्त एक तिजारती काजला आया।

और इस के ढोल ताशों की आवाज़ सुनकर 12 आदमीयों के सिवा तमाम हाज़िरीन मस्जिद नबवी से क़ाफ़िले की तरफ़ दौड़ गए।

हालाँकि उस वक़्त रसूल अल्लाह सिल्ली अल्लाह अलैहि-ओ-सल्लम ख़ुतबा इरशाद फ़र्मा रहे थे।

इस पर ये हुक्म दिया गया कि जुमा की अज़ान होने के बाद हर किस्म की ख़रीद-ओ-फ़रोख़त और हर दूसरी मस्रूफ़ियत हराम है।

अहल ईमान का काम ये है कि इस वक़्त सब काम झोड़ छाड़ कर अल्लाह के ज़िक्र की तरफ़ दौड़ें।

अलबत्ता जब नमाज़ ख़त्म हो जाये तो उन्हें हक़ है कि अपने कारोबार चलाने के लिए ज़मीन में फैल जाएं।

अहकाम जुमा के बारे में ये रुकू एक मुस्तक़िल सूरत भी बनाया जाया सकता था, और किसी दूसरी सूरत में भी शामिल किया जा सकता था।

लेकिन ऐसा करने के बजाय खासतौर पर उसे यहां इन आयात के साथ ला कर मिला गया

व अखिरू दावाना अलाह्म्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन


आखिरी शब्द

दोस्तों, जैसा की हमने ऊपर Surah Juma Hindi Me पढ़ ही ली।

हमने आपके आराम के लिए सूरह जुमा की इमेज के साथ साथ Surah Juma Pdf Full in Hindi भी मौजूद करायी है।

फिर भी अगर हमसे लिखने में कोई गलती हुई हो तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं ताकि हम उस गलती को ठीक कर सकें।

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