Surah Qiyamah in Hindi Translation Pdf | सूरह अल-क़ियामह हिंदी में

दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपके लिए सूरह क़ियामह (Surah Qiyamah in Hindi) से जुड़ी पूरी जानकारी हिंदी में मौजूद कराने की पूरी कोशिश की है,

जैसे की सूरह क़ियामह हिंदी में, सूरह क़ियामह का हिंदी तर्जुमा और सूरह क़ियामह की पीडीऍफ़।

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📌नोट: – ” कोशिश करें की आप कुरान को अरबी भाषा ही में पढ़ें, जिससे अलफ़ाज़ में कोई गलती न हो।

दोस्तों, सूरह क़ियामह हिंदी में पढ़ने से पहले हमें चाहिए की हम सूरह से जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लें।

आपको बताते चलें की Surah Qiyamah का हिंदी मतलब होता है: – “क़ियामत”।

सूरह क़ियामह कुरान करीम के 29वें पारा में मौजूद 75वीं सूरह है। यह मक्की सूरह है।

सूरह का नामसूरह अल-क़ियामह
पारा नंबर29
सूरह नंबर75
कुल आयतें40
कुल रुकू2
कुल शब्द (अलफ़ाज़)164
कुल अक्षर (हर्फ़)676

सूरह क़ियामह हिंदी में | Surah Qiyamah In Hindi Text

दोस्तों यहाँ नीचे हमने सूरह क़ियामह को हिंदी में मौजूद कराया है। आप नीचे दी गयी Surah Qiyamah Hindi Mein Text, को पढ़कर आसानी के साथ इस सूरह क़ियामह की तिलावत कर सकते हैं।

अ ऊजु बिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम

1. ला उक्सिमु बि यौमिल क़ियामह

2. वला उक्सिमु बिन्नफ्सिल लौ वामह

3. अ यह्सबुल इंसानु अल्लन नज’म अ अिजामह

4. बला क़ादिरीना अला अन नु स्वविया बनानह

5. बल युरीदुल इंसानु लियफ्जुरा अमामह

6. यस’अलु अयैया’न यौमुल क़ियामह

7. फ इज़ा बरिक़ल बसर

8. व ख़सफल क़मर

9. व जुमिअश् शम्सु वल क़मर

10. यकूलुल इंसानु यौमा इज़िन अयैनल मफ़र

11. कल्ला ला वज़र

12. इला रब्बिका यौमा इज़िनिल मुस्तक़र

13. युनब्बाउल इंसानु यौमा इज़िम बिमा क़द्दमा व अख्खर

14. बलिल इंसानु अला नफ्सिही बसीरह

15. वलौ अल्क़ा मआज़ीरह

16. ला तुहर्रिक बिही लि सानका लि तअ्जला बिही

17. इन्ना अलैना जम् अहू व क़ुरआनह

18. फ इजा क़रानाहु फत्तबिअ् क़ुरआनह

19. सुम्मा इन्ना अलैना बयानह

20. कल्ला बल तुहिब्बूनल आजिलह

21. व तज़ारूनल आखिरह

22. वुजूहुइ यौमाइजिन नाजिरह

23. इला रब्बिहा नाज़िरह

24. व वुजूहुइ यौमा इजिम बासिरह

25. त’जुन्नु अयै’युफअला बिहा फाक़िरह

26. कल्ला इज़ा बलागतित तराक़ी

27. व क़ीला मन..राक़

28. व जन्ना अन्नहुल फिराक़

29. वल तफ्फतिस साकु बिस्साक़

30. इला रब्बिका यौमा इजिनिल मसाक़

31. फला सद्दक़ा वला सल्ला

32. वलाकिन् कज्ज़बा वतावल्ला

33. सुम्मा ज़हबा इला अहलिही यता मत्ता

34. औला लका फ औला

35. सुम्मा औला लका फ औला

36. अ यह्सबुल इंसानु अयैयुतरका सुद

37. अलम यकु नुत्फतम्म मिम मनियिइ युमना

38. सुम्मा काना अलाकतन फ ख ल का फ सव्वा

39. फजा अ ला मिन्हुज़ ज़ुजैनिज़ जकारा वल उन्सा

40. अलैसा ज़ालिका बि क़ादिरिन अला अय्यियुह’इयल मौता

जैसा की आपने ऊपर सूरह क़ियामह को हिंदी टेक्स्ट के जरिये पढ़ ही लिया होगा। हम आपसे दरख्वास्त करते हैं कि आप इस Surah Qiyamah Translation in Hindi को भी पढ़ें।

क्यूंकि Surah Qiyamah का तर्जुमा पढ़कर हमें समझ आएगा की अल्लाह ने इस सूरह में क्या इरशाद फ़रमाया है।

सूरह क़ियामह का तर्जुमा | Surah Qiyamah Ka Tarjuma

बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
अल्लाह के नाम से जो बहुत मेहरबान , रहम करने वाला है।

ला उक्सिमु बि यौमिल क़ियामह
मैं रोजे क़यामत की क़सम खाता हूँ

वला उक्सिमु बिन्नफ्सिल लौ वामह
(और बुराई से) मलामत करने वाले जी की क़सम खाता हूँ
(कि तुम सब दोबारा ज़रूर ज़िन्दा किए जाओगे)

अ यह्सबुल इंसानु अल्लन नज’म अ अिजामह
क्या इन्सान ये ख्याल करता है (कि हम उसकी हड्डियों को बोसीदा होने के बाद) जमा न करेंगे

बला क़ादिरीना अला अन नु स्वविया बनानह
हाँ (ज़रूर करेंगें) हम इस पर क़ादिर हैं कि हम उसकी पोर पोर दुरूस्त करें

बल युरीदुल इंसानु लियफ्जुरा अमामह
मगर इन्सान तो ये जानता है कि अपने आगे भी (हमेशा) बुराई करता जाए

यस’अलु अयैया’न यौमुल क़ियामह
पूछता है कि क़यामत का दिन कब होगा

फ इज़ा बरिक़ल बसर
तो जब ऑंखे चकाचौन्ध में आ जाएँगी

व ख़सफल क़मर
और चाँद गहन में लग जाएगा

व जुमिअश् शम्सु वल क़मर
और सूरज और चाँद इकट्ठा कर दिए जाएँगे

यकूलुल इंसानु यौमा इज़िन अयैनल मफ़र
तो इन्सान कहेगा आज कहाँ भाग कर जाऊँ

कल्ला ला वज़र
यक़ीन जानों कहीं पनाह नहीं

इला रब्बिका यौमा इज़िनिल मुस्तक़र
उस रोज़ तुम्हारे परवरदिगार ही के पास ठिकाना है

युनब्बाउल इंसानु यौमा इज़िम बिमा क़द्दमा व अख्खर
उस दिन आदमी को जो कुछ उसके आगे पीछे किया है बता दिया जाएगा

बलिल इंसानु अला नफ्सिही बसीरह
चाहे वह कितने ही बहाने पेश करे।

वलौ अल्क़ा मआज़ीरह
बल्कि इन्सान तो अपने ऊपर आप गवाह है

ला तुहर्रिक बिही लि सानका लि तअ्जला बिही
(ऐ रसूल) वही के जल्दी याद करने वास्ते अपनी ज़बान को हरकत न दो

इन्ना अलैना जम् अहू व क़ुरआनह
हमारे ऊपर है उसे जमा करना और उसे सुनाना।

फ इजा क़रानाहु फत्तबिअ् क़ुरआनह
तो जब हम उसको (जिबरील की ज़बानी) पढ़ें तो तुम भी (पूरा) सुनने के बाद इसी तरह पढ़ा करो

सुम्मा इन्ना अलैना बयानह
फिर उस (के मुश्किलात) का समझा देना भी हमारे ज़िम्में है

कल्ला बल तुहिब्बूनल आजिलह
मगर (लोगों) हक़ तो ये है कि तुम लोग दुनिया को दोस्त रखते हो

व तज़ारूनल आखिरह
और आख़ेरत को छोड़े बैठे हो

वुजूहुइ यौमाइजिन नाजिरह
उस रोज़ बहुत से चेहरे तो तरो ताज़ा बशबाब होंगे

इला रब्बिहा नाज़िरह
(और) अपने परवरदिगार (की नेअमत) को देख रहे होंगे

व वुजूहुइ यौमा इजिम बासिरह
और बहुतेरे मुँह उस दिन उदास होंगे

त’जुन्नु अयै’युफअला बिहा फाक़िरह
समझ रहें हैं कि उन पर मुसीबत पड़ने वाली है कि कमर तोड़ देगी

कल्ला इज़ा बलागतित तराक़ी
सुन लो जब जान (बदन से खिंच के) हँसली तक आ पहुँचेगी

व क़ीला मन..राक़
और कहा जाएगा कि (इस वक्त) क़ोई झाड़ फूँक करने वाला है

व जन्ना अन्नहुल फिराक़
और मरने वाले ने समझा कि अब (सबसे) जुदाई है

वल तफ्फतिस साकु बिस्साक़
और (मौत की तकलीफ़ से) पिन्डली से पिन्डली लिपट जाएगी

इला रब्बिका यौमा इजिनिल मसाक़
उस दिन तुमको अपने परवरदिगार की बारगाह में चलना है

फला सद्दक़ा वला सल्ला
तो उसने (ग़फलत में) न (कलामे ख़ुदा की) तसदीक़ की न नमाज़ पढ़ी

वलाकिन् कज्ज़बा वतावल्ला
मगर झुठलाया और (ईमान से) मुँह फेरा

सुम्मा ज़हबा इला अहलिही यता मत्ता
अपने घर की तरफ इतराता हुआ चला

औला लका फ औला
अफसोस है तुझ पर फिर अफसोस है फिर तुफ़ है

सुम्मा औला लका फ औला
तुझ पर फिर तुफ़ है

अ यह्सबुल इंसानु अयैयुतरका सुद
क्या इन्सान ये समझता है कि वह यूँ ही छोड़ दिया जाएगा

अलम यकु नुत्फतम्म मिम मनियिइ युमना
क्या वह (इब्तेदन) मनी का एक क़तरा न था जो रहम में डाली जाती है

सुम्मा काना अलाकतन फ ख ल का फ सव्वा
फिर लोथड़ा हुआ फिर ख़ुदा ने उसे बनाया

फजा अ ला मिन्हुज़ ज़ुजैनिज़ जकारा वल उन्सा
फिर उसे दुरूस्त किया फिर उसकी दो किस्में बनायीं (एक) मर्द और (एक) औरत

अलैसा ज़ालिका बि क़ादिरिन अला अय्यियुह’इयल मौता
क्या इस पर क़ादिर नहीं कि (क़यामत में) मुर्दों को ज़िन्दा कर दे

सूरह क़ियामह इमेज | Surah Al-Qiyamah Hindi Image

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सूरह क़ियामह पीडीऍफ़ | Surah Qiyamah Pdf in Hindi

जैसा की आपने सूरह क़ियामह को ऊपर टेक्स्ट के जरिये पढ़ ही लिया होगा और साथ ही साथ आपने सूरह क़ियामह का हिंदी तर्जुमा भी पढ़ा होगा।

लेकिन हम चाहते हैं की हम इस सूरह को जब चाहे तब पढ़ सकें, उसके लिए हमने नीचे इस सूरह क़ियामह की पीडीऍफ़ डाउनलोड करने का button दिया है।

आप आसानी के साथ यहाँ से Surah Qiyamah in Hindi Pdf Download कर सकते हैं।

सूरह क़ियामह अरबी में | Surah Al-Qiyamah In Arabic

بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ

(1) لَا أُقْسِمُ بِيَوْمِ الْقِيَامَةِ
(2) وَلَا أُقْسِمُ بِالنَّفْسِ اللَّوَّامَةِ
(3) أَيَحْسَبُ الْإِنْسَانُ أَلَّنْ نَجْمَعَ عِظَامَهُ
(4) بَلَىٰ قَادِرِينَ عَلَىٰ أَنْ نُسَوِّيَ بَنَانَهُ
(5) بَلْ يُرِيدُ الْإِنْسَانُ لِيَفْجُرَ أَمَامَهُ
(6) يَسْأَلُ أَيَّانَ يَوْمُ الْقِيَامَةِ
(7) فَإِذَا بَرِقَ الْبَصَرُ
(8) وَخَسَفَ الْقَمَرُ
(9) وَجُمِعَ الشَّمْسُ وَالْقَمَرُ
(10) يَقُولُ الْإِنْسَانُ يَوْمَئِذٍ أَيْنَ الْمَفَرُّ
(11) كَلَّا لَا وَزَرَ
(12) إِلَىٰ رَبِّكَ يَوْمَئِذٍ الْمُسْتَقَرُّ
(13) يُنَبَّأُ الْإِنْسَانُ يَوْمَئِذٍ بِمَا قَدَّمَ وَأَخَّرَ
(14) بَلِ الْإِنْسَانُ عَلَىٰ نَفْسِهِ بَصِيرَةٌ
(15) وَلَوْ أَلْقَىٰ مَعَاذِيرَهُ
(16) لَا تُحَرِّكْ بِهِ لِسَانَكَ لِتَعْجَلَ بِهِ
(17) إِنَّ عَلَيْنَا جَمْعَهُ وَقُرْآنَهُ
(18) فَإِذَا قَرَأْنَاهُ فَاتَّبِعْ قُرْآنَهُ
(19) ثُمَّ إِنَّ عَلَيْنَا بَيَانَهُ
(20) كَلَّا بَلْ تُحِبُّونَ الْعَاجِلَةَ
(21) وَتَذَرُونَ الْآخِرَةَ
(22) وُجُوهٌ يَوْمَئِذٍ نَاضِرَةٌ
(23) إِلَىٰ رَبِّهَا نَاظِرَةٌ
(24) وَوُجُوهٌ يَوْمَئِذٍ بَاسِرَةٌ
(25) تَظُنُّ أَنْ يُفْعَلَ بِهَا فَاقِرَةٌ
(26) كَلَّا إِذَا بَلَغَتِ التَّرَاقِيَ
(27) وَقِيلَ مَنْ ۜ رَاقٍ
(28) وَظَنَّ أَنَّهُ الْفِرَاقُ
(29) وَالْتَفَّتِ السَّاقُ بِالسَّاقِ
(30) إِلَىٰ رَبِّكَ يَوْمَئِذٍ الْمَسَاقُ
(31) فَلَا صَدَّقَ وَلَا صَلَّىٰ
(32) وَلَٰكِنْ كَذَّبَ وَتَوَلَّىٰ
(33) ثُمَّ ذَهَبَ إِلَىٰ أَهْلِهِ يَتَمَطَّىٰ
(34) أَوْلَىٰ لَكَ فَأَوْلَىٰ
(35) ثُمَّ أَوْلَىٰ لَكَ فَأَوْلَىٰ
(36) أَيَحْسَبُ الْإِنْسَانُ أَنْ يُتْرَكَ سُدًى
(37) أَلَمْ يَكُ نُطْفَةً مِنْ مَنِيٍّ يُمْنَىٰ
(38) ثُمَّ كَانَ عَلَقَةً فَخَلَقَ فَسَوَّىٰ
(39) فَجَعَلَ مِنْهُ الزَّوْجَيْنِ الذَّكَرَ وَالْأُنْثَىٰ
(40) أَلَيْسَ ذَٰلِكَ بِقَادِرٍ عَلَىٰ أَنْ يُحْيِيَ الْمَوْتَىٰ

सूरह अल-क़ियामह अरबी इमेज

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सूरह क़ियामह की ऑडियो | Surah Al-Qiyamah Mp3

दोस्तों, हमें उम्मीद है की आपने सूरह क़ियामह को हिंदी और अरबी में पढ़ लिया होगा। यहाँ हमने सूरह क़ियामह की ऑडियो फाइल मौजूद करायी है।

अगर आपको कुरान की तिलावत अरबी में उर्दू तर्जुमा के साथ सुनना पसंद है, जिसे सुनकर आपको सुकून हासिल होता है, तो हमें नीचे इस Surah An-Qiyamah Mp3 डाउनलोड करने का button दिया है।

आप आसानी के साथ इसे डाउनलोड कर सकते हैं।

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