Attahiyat Ke Baad Ki Dua | अत्तहियात के बाद की दुआ

आईये दोस्तों, आज की पोस्ट में हम अत्तहियात के बाद की दुआ (Attahiyat Ke Baad Ki Dua) को जानेंगे। जब हम फर्ज़ नमाज़ पढ़ लेते हैं तो उसके बाद हमें अल्लाह से किस तरह दुआ करनी चाहिए जानेंगे।

दोस्तों अत्तहियात की दुआ को जानने से पहले, आपको अल्लाह से दुआ करने का तरीका मालूम होना चाहिए। वो तरीका क्या है आईये जानते हैं।


अल्लाह से दुआ मांगने का तरीका

  • सबसे पहले दुआ के लिए अपने हाथ अल्लाह के फैलाएं।
  • इसके बाद दरूद शरीफ की तिलावत करें।
  • फिर आप रब्बना दुआओं को पढ़ें।
  • अब आप अल्लाह से अपने लिए दुआ करें।
  • दुआ के आखिर में एक बार फिर से दरूद शरीफ पढ़ें।

आईये अब अत्तहियात के बाद की दुआ और उसका तर्जुमा भी सीख लेते हैं। जिसको हम अल्लाह से दुआ के दौरान पढ़ सकते हैं।


अत्तहियात के बाद की दुआ हिंदी में- 1

अल्लाहुम्मा इन्नी अ उज़ु बिका मिन अज़ाबिल क़ब्रि, व अउज़ु बिका मिन फित्नतिल मसीहिद् दज्जालि, व अ उज़ु बिका मिन फित्नतिल मह्या वल ममाती, अल्लाहुम्मा अउज़ु बिका मिनल माअसमि वलमग़रमि।

तर्जुमा: – ए अल्लाह, मैं क़ब्र के अज़ाब से तेरी पनाह माँगता हूँ, और मसीह झूठे के फितने से तेरी पनाह मांगता हूँ, और ज़िन्दगी और मौत के फितने से तेरी पनाह माँगता हूँ। ए अल्लाह, मैं गुनाह और क़र्ज़ से तेरी पनाह माँगता हूँ।

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अत्तहियात के बाद की दुआ अरबी में- 1

اللَّهُمَّ إِنِّي أَعُوذُ بِكَ مِنْ عَذَابِ الْقَبْرِ، وَأَعُوذُ بِكَ مِنْ فِتْنَةِ الْمَسِيحِ الدَّجَّالِ، وَأَعُوذُ بِكَ مِنْ فِتْنَةِ الْمَحْيَا وَالْمَمَاتِ. اللَّهُمَّ إِنِّي أَعُوذُ بِكَ مِنْ الْمَأْثَمِ وَالْمَغْرَمِ

Attahiyat Ke Baad Ki Dua in English- 1

Allaahumma ‘innee ‘a’oothu bika min ‘athaabil-qabri, wa ‘a’oothu bika min fitnatil-maseehid-dajjaali, wa ‘a’oothu bika min fitnatil-mahyaa walmamaati. Allaahumma ‘innee ‘a’oothu bika minal-ma’thami walmaghrami

An-Nasa’i: 1310, Abu Dawud: 880


अत्तहियात के बाद की दुआ हिंदी में- 2

अल्लाहुम्मा इन्नी ज़लम्तु नफ्सी ज़ुल्मन कसीरन वला यग़फिरुज़् ज़ुनूबा इल्ला अंता, फ़ग़फिर्ली मग़फिरतन मिन इन्दिका वर्हमनी इन्नका अंतल ग़फ़ूरुर रहीम।

तर्जुमा: – ए अल्लाह, मैंने अपने आप पर बहुत ज़ुल्म किया और तेरे सिबा कोई माफ़ नहीं कर सकता, तो तू मुझे बख्श दे और मुझ पर रहम फरमा। बेशक तू बख्शने वाला मेहरबान रहम वाला है।

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अत्तहियात के बाद की दुआ अरबी में- 2

اللَّهُمَّ إِنِّي ظَلَمْتُ نَفْسِي ظُلْماً كَثِيراً، وَلَا يَغْفِرُ الذُّنُوبَ إِلَّا أَنْتَ، فَاغْفِرْ لِي مَغْفِرَةً مِنْ عِنْدِكَ وَارْحَمْنِي إِنَّكَ أَنْتَ الْغَفُورُ الرَّحِيمُ


Attahiyat Ke Baad Ki Dua in English- 2

Allaahumma ‘innee dhalamtu nafsee dhulman katheeran, wa laa yaghfiruth-thunooba ‘illaa ‘Anta, faghfir lee maghfiratan min ‘indika warhamnee ‘innaka ‘Antal-Ghafoorur-Raheem

An-Nasa’i: 1303, Al-Bukhari: 834, 6326, 7387, 7388


अत्तहियात के बाद की दुआ- 3

अल्लाहुम्-मग़फिर्ली मा क़द्दम्तु, व मा अख्खर्तु, व मा असरर्तु, व मा अ लंतु, व मा असरफ्तु, व मा अंता अ लमु बिही मिन्नी। अंतल-मुक़द्दिमु व अंतल मुअख्खिरू ला इलाहा इल्ला अन्ता।

तर्जुमा: – ए अल्लाह, मुझे बख्श दे, जो मैंने अपने से पहले भेजा और जो मैंने अपने पीछे छोड़ा, जो मैंने छिपाया और जो मैंने ज़ाहिर किया, जो मैंने ज्यादती की और जो तू मुझसे ज्यादा जानता है। तू ही आगे भेजने वाला है और तू ही ताखीर करने वाला है। तेरे सिवा कोई इबादत के लाइक नहीं।

अत्ताहियत दुआ इन हिंदी

अत्तहियात के बाद की दुआ अरबी में- 3

اللَّهُمَّ اغْفِرْ لِي مَا قَدَّمْتُ وَمَا أَخَّرْتُ، وَمَا أَسْرَرْتُ، وَمَا أَعْلَنْتُ، وَمَا أَسْرَفْتُ، وَمَا أَنْتَ أَعْلَمُ بِهِ مِنِّي. أَنْتَ الْمُقَدِّمُ، وَأَنْتَ الْمُؤَخِّرُ لَا إِلهَ إِلَاَّ أَنْتَ


Attahiyat Ke Baad Ki Dua in English- 3

Allaahum-maghfir lee maa qaddamtu, wa maa ‘akhkhartu, wa maa ‘asrartu, wa maa ‘a’lantu, wa maa ‘asraftu, wa maa ‘Anta ‘a’lamu bihi minnee. ‘Antal-Muqaddimu, wa ‘Antal-Mu’akhkhiru laa ‘ilaaha ‘illaa ‘Anta

Abu Dawud: 1509


Attahiyat Ke Baad Ki Dua का इस्तेमाल कैसे करें?

जैसा कि हमने ऊपर अत्तहियात के बाद की दुआओं को सीखा। तो आप इन दुआओं को याद कर लें और जब भी आप अल्लाह से दुआ मांगें तो आप इन दुआओं को जरूर पढ़ा करें।


आखिरी शब्द

तो आज की पोस्ट में हमने अत्तहियात के बाद की दुआ (Attahiyat Ke Baad Ki Dua) को हिंदी में उनके तर्जुमा के साथ पढ़ा। आप कोशिश करें कि इन दुआओं को याद करके नमाज़ के बाद मांगी जाने वाली दुआ में पढ़ा करें।

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